नवजोत सिद्धू की नासमझी ने उड़ाया हरियाणा स्टेट बर्ड का मज़ाक
शब्द बान से नहीं सामान्य ज्ञान रखने से अकल आती है।
बड़ी-बड़ी लकोकितयां छोड़ने वाले पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फिर से अपने सामान्य ज्ञान का प्रदर्शन कर चुके हैं। कांग्रेसियों का जब मन करें तब कहीं भी मनमानी करना इनकी पुरानी अादत हैं। विवादों में घिरे रहने का शौक रखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू बिना किसी वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के ज्ञान के काले तित्तर की ट्राफी पाकिस्तान से भारत उठा लाए और हैरत है इस पर कस्टम ने भी कोई चू चप्पड़ नहीं की।
हरियाणा का स्टेट बर्ड है काला तीतर
काला तीतर हरियाणा का राज्य पक्षी है। चंडीगढ़ हरियाणा की भी राजधानी है। इसीलिए चंडीगढ़ में इस तरह अवैध तरीके से शैड्यूल एनीमल को रखना काफी गंभीर मामला है। हरियाणा के वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ सीधे तौर पर मामला दर्ज हो सकता है। हरियाणा में इस पक्षी के संरक्षण को लेकर काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
कस्टम विभाग पर सवालिया निशान!
काला तीतर के इस मामले ने अटारी बॉर्डर पर तैनात कस्टम विभाग पर भी सवालिया निशाना लगा दिया है। दरअसल, कस्टम विभाग को यह सुनिश्चित करना होता है कि अटारी बॉर्डर से आने वाले व्यक्ति विशेष के पास भारत के कानून मुताबिक सामान लाने की मंजूरी है। चूंकि काला तीतर की ट्रॉफी बिना मंजूरी के भारत में दाखिल नहीं हो सकती है, इसलिए सवाल यह है कि कस्टम विभाग से यह चूक कैसे हो गई।
वन्यजीव विभाग कर सकता है कार्रवाई
पंजाब वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो पंजाब वन्यजीव विभाग इस मामले में सख्त कार्रवाई कर सकता है। संभव है कि काला तीतर की ट्रॉफी को तुरंत कब्जे में ले लिया जाए और इसकी पहचान के लिए इसे लैब में भेज दिया जाए। अगर लैब रिपोर्ट में यह बात साबित हो जाती है कि यह काला तीतर की ही ट्रॉफी है तो धारा-39 के तहत सिद्धू पर मामला भी दर्ज हो सकता है।